‘रैदास के पद’ नामक पाठ का मूल संदेश क्या है?
-रैदास जी संत परंपरा के कवि हैं। वे गलतः भक्त हैं फिर बाद में कवि। संतों ने कविता के माध्यम…
-रैदास जी संत परंपरा के कवि हैं। वे गलतः भक्त हैं फिर बाद में कवि। संतों ने कविता के माध्यम…
उत्तर- रैदास जी संत परंपरा के कवि थे। उनकी कविताओं में भक्तिभाव के दर्शन होते हैं। वे सहज सरल स्वभाव…
उत्तर – भक्तिकाल की ज्ञानाश्रयी शाखा के प्रमुख कवि रैदास जी थे। इनका जन्म काशी में वि० सं० 1445 माघ…
संसार ऋणी उस नर का है, जिसने न समय अपना खोया । अपने सद्गुण, सचिन्तन से, धरती में नया बीज…
‘कंप्यटर’ शब्द का अर्थ होता है गणना या अभिकलन करना। यह जटिल मशीनों का एक ऐसा समन्वित रूप है जो…
भूमिका -आज भारत के सामने अनेक समस्याएँ चट्टान बनकर प्रगति का रास्ता रोके खड़ी हैं। उनमें से एक प्रमुख समस्या…
भूकम्प क्या है? – भूकम्प का अर्थ है – पृथ्वी का हिलना । पृथ्वी एक सघन गोला है जिसकी सतह…
अर्थ- व्यायाम शब्द का संधिविच्छेद है – वि + आयाम। आयाम का अर्थ है – विस्तार। अर्थात (शरीर को) विस्तार…
“विज्ञापन का अर्थ है कि विशेष ज्ञापन अर्थात् विशेष ज्ञान कराना। सुबह से शाम तक रेडियो तथा दूरदर्शन पर हमेशा…
भूमिका – स्वामी विवेकानन्दले अपने देश के जातकों को संबोधित करते हुए कहा था-‘सर्वप्रथम हमारे नवयुवकों को बलवान बजाना चाहिए।धर्म…
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